Workbook Solutions of Do Kalakar
अभ्यास-माला
अवतरण 1.
अरे यह क्या इसमे तो सड़क आदमी ट्राम बस मोटर मकान सब एक दूसरे पर चढ़ रहे हैं। मानो सबकी खिचड़ी पका कर रख दी हो। क्या घनचक्कर बनाया है ?
(i) प्रस्तुत पंक्तियाँ किसके द्वारा किसको किस अवसर पर कही जा रही है ?
उत्तर. प्रस्तुत पंक्तियांँ अरुणा के द्वारा कही गई है, जब चित्रा उसे अपना नया चित्र दिखा रही थी।
(ii) अरुणा के गुस्सा होने का क्या कारण था ? अरुणा और चित्रा का आपस में क्या संबंध था ?
उत्तर. अरुणा इसलिए गुस्सा हो गई थी क्योंकि चित्र ने उसे अपना चित्र दिखाने के लिए उसे नींद से उठा दिया था। अरुणा और चित्र बहुत ही अच्छी सहेलियांँ थी।
(iii)चित्रा ने चित्र को किसका प्रतीक बताया तथा अरुणा को उस चित्र में किसका प्रतीक नजर आ रहा था ?
उत्तर. चित्र ने उस चित्र को कंफ्यूजन का प्रतीक बताया, परंतु अरुणा को वह चित्र चित्र के दिमाग़ की कन्फ्यूजन जैसा प्रतीक हो रहा था।
(iv)प्रस्तुत कहानी के आधार पर अरुणा का चरित्र चित्रण कीजिए ?
उत्तर. अरुणा बहुत ही भावुक, सच्ची मित्र, समाज सेविका तथा सहानुभूति की भावना रखने वाली लड़की थी।
अवतरण 2.
क्या ये बंदर पाल रखे हैं तूने फिर ज़रा हँसकर चित्रा बोली, ‘एक दिन तेरी पाठशाला का चित्र बनाना होगा। लोगों को दिखाया करेंगे कि हमारी एक मित्र साहिबा हैं। जो बस्ती के चौकीदारों, नौकरों और चपरासियों के बच्चों को पढ़ा-पढ़ा कर ही अपने को भारी पंडिताइन और समाज-सेविका समझती है।
(i) बन्दर किसे तथा क्यों कहा जा रहा है ? स्पष्ट कीजिए ?
उत्तर. बंदर अरुणा के बच्चों को कहा जा रहा है जो कि उससे पढ़ने आते थे।चित्रा ने बच्चों को मजाक मजाक में बंदर का दिया था।
(ii) चित्रा ने हँसकर क्या कहा और उसे किसका चित्र बनाना होगा तथा क्यों ?
उत्तर. चित्रा ने हँसकर यह कहा कि अरुणा की पाठशाला का चित्र बनाना होगा ताकि लोगों को पता चले कि उसकी एक मित्र थी जो कि गरीब बच्चों को पढ़ाकर अपने आप को बड़ी पंडिताइन और समाजसेविका समझती थी।
(iii)अरुणा समाज सेवा किस प्रकार करती थीं ?
उत्तर. अरुणा बस्ती के चौकीदारों, नौकरों और चपरासियों के बच्चों को पढ़कर समाज सेवा करती थी।
(iv)प्रस्तुत कहानी के आधार पर अरुणा का चरित्र चित्रण कीजिए ?
उत्तर. See answer (अवतरण 1 का iv)
OR
प्रस्तुत कहानी के आधार पर चित्रा का चरित्र चित्रण कीजिए ?
उत्तर. चित्रा एक सफल चित्रकार, मित्रता का भाव रखने वाली महत्वाकांक्षी तथा अपने आप में मस्त रहने वाली लड़की थी।
अवतरण 3.
“तुझे दुनिया से कोई मतलब नहीं, दूसरों से कोई मतलब नहीं, बस चौबीस घंटे अपने रंग और तूलिकाओं में डूबी रहती है। दुनिया में कितनी बड़ी घटना घट जाए, पर यदि उसमें तेरे चित्र के लिए आइडिया नहीं तो तेरे लिए वह घटना कोई महत्त्व नहीं रखती।”
(i) प्रस्तुत पंक्तियाँ किसने किससे किस अवसर पर कहीं ?
उत्तर. प्रस्तुत पंक्तियों अरुणा ने चित्रा से कहीं है। बाढ़ पीड़ितों के सहायता के अवसर पर लोगों की मदद करती है परंतु चित्र वहांँ जाकर केवल अपने चित्रों में समय व्यर्थ करती है।
(ii) अरुणा को चित्रा ने मनोज तथा अपने पिता के पत्र के विषय में क्या बताया ?
उत्तर. चित्रा ने अरुणा को बताया कि उसके पिता का पत्र आया है जिसमें उन्होंने उसे विदेश जाने के लिए कहा था।
(iii) चित्रा के विदेश जाने की बात सुनकर अरुणा ने क्या कहा ?
उत्तर. चित्रा के विदेश जाने की बात सुनकर चित्रा आवेश में बोली कि तू तो धनी बाप की इकलौती बिटिया है, तेरी इच्छा कभी टाली नहीं जा सकती तथा उसके निरर्थक चित्रों के बारे में भी कहा।
(iv) अरुणा ने चित्र बनाने के बजाय क्या करने की सलाह दी तथा क्यों ?
उत्तर. अरूणा ने चित्रा को चित्र बनाने के बजाए लोगों की ज़िंदगी बनाने को कहा ।
अवतरण 4.
“तू चली जाएगी तो मैं कैसे रहूँगी ?” उदासी भरे स्वर में अरुणा ने पूछा लगा जैसे स्वयं से ही पूछ रही हो।
(i) बाढ़ पीड़ितों के लिए अरुणा सारा दिन क्या करती थी तथा चित्रा ने उससे क्या कहा ?
उत्तर. बाढ़ पीड़ितों के लिए अरुणा सारा दिन चंदा इकट्ठा किया करती थी। चित्रा ने उससे उसकी पढ़ाई लिखाई के बारे में बोला।
(ii) प्रिंसिपल से अनुमति लेकर अरुणा कहाँ गई थी तथा लौटने पर उसकी हालत कैसी थी ?
उत्तर. प्रिंसिपल से अनुमति लेकर अरुणा स्वयं सेवकों के एक दल में गई। लौटने पर उसकी हालत बहुत ही कमज़ोर हो गई थी।
(iii) चित्रा ने गुरुदेव के पास से लौटने पर अरुणा को अपने विदेश जाने के संबंध में क्या बताया ?
उत्तर. चित्रा ने गुरुदेव के पास से लौटने पर अरुणाको बताया कि अगले बुधवार को वह विदेश जाएगी।
(iv)चित्रा के विदेश जाने की बात सुनकर अरुणा पर क्या प्रभाव पड़ा तथा उसने चित्रा से क्या कहा ?
उत्तर. विदेश जाने की बात सुनकर अरूणा उदासी भरे स्वर में बोली की छह साल से साथ रहते है। पर वह यह बात भूल ही गई थी कि उन्हें कभी न कभी अगल होना ही पड़ेगा।
अवतरण 5.
“साढ़े चार बजे चित्रा हॉस्टल के फाटक पर आ गई पर तब तक अरुणा का कहीं पता नहीं था। बहुत सारी लड़कियाँ उसे छोड़ने स्टेशन तक भी गई पर चित्रा की आँखें बराबर अरुणा को ढूंढ रही थी।”
(i) किसको कहाँ जाना था तथा कौन सामान ठीक कर रहा था ?
उत्तर. चित्रा को विदेश जाना था तथा अरुणा उसका सामान ठीक कर रही थी।
(ii) घर जाने से पहले चित्रा किससे मिलने गई तथा कितने बजे तक लौटकर नहीं आई थी ?
उत्तर. घर जाने से पहले चित्रा गुरु देव से मिलने गई तथा तीन बजे तक घर लौटकर नहीं आई थी।
(iii) चित्रा की गाड़ी कितने बजे की थी ? वह हॉस्टल के फाटक पर कितने बजे पहुँच गई।चित्रा ने देर से आने का क्या कारण बताया ?
उत्तर. चित्रा की गाड़ी पांच बजे की थी। चित्रा ने बताया कि रास्ते में उसे एक पेड़ के नीचे मरी हुई भिखारिन तथा उसके दो बच्चे रोते हुए दिखे, तभी उसने उनका एक रफ़ स्केच बना लिया था। इसी कारण उसे यहाँ आने में देर हो गयी है ।
(iv) स्टेशन पर चित्रा की आँखों का अरुणा को ढूँढना क्या प्रदर्शित कर रहा था ?
उत्तर. स्टेशन पर चित्रा की आंखों का अरुणा का ढूंढना, उसकी मित्रता को दर्शाता है तथा चित्रा के जीवन में अरुणा का महत्व दिखाता है।
अवतरण 6.
“बच्चों ने बड़े आदर से नमस्ते किया। पर चित्रा अवाक होकर कभी बच्चों को और कभी अरुणा के मुँह को देख रही थी। तभी अरुणा ने टोका, कैसी मौसी है? प्यार तो कर।”
(i) चित्रा और अरुणा दुबारा कहीं पर मिली थी ? अरुणा को देखकर चित्रा की क्या प्रतिक्रिया थी ?
उत्तर. चित्रा और अरुणा दोबारा चित्र की प्रदर्शनी पर मिले। अरुणा को देखकर चित्रा ने पूरी भीड़ के सामने अरूणा को गले से लगा लिया।
(ii)चित्रा ने अरुणा से बच्चों के विषय में क्या पूछा तथा अरुणा ने क्या जवाब दिया ?
उत्तर. चित्रा ने अरुणा से पूछा कि – ” यह बच्चे किसके हैं”। इस पर अरुणा ने जवाब दिया कि वह उसी के बच्चे हैं।
(iii) बच्चों ने चित्रा से क्या फरमाइश की तथा घूमते-घूमते बच्चे और चित्रा कहाँ तक पहुँच गए ?
उतर. बच्चों ने चित्रा से उन्हें सारे चित्र दिखाने की फरमाइश की तथा घूमते घूमते वह बच्चे भिखारिन तथा उसके दो बच्चो वाली तस्वीर के सामने खड़े हो गए।
(iv) चित्रा ने अरुणा को उस चित्र के विषय में क्या बताया ? बच्चों की उस तस्वीर को देखकर क्या प्रतिक्रिया थी ?
उत्तर. चित्रा ने अरुणा से कहा कि यह वही चित्र है, जिसने उसे इतनी प्रसिद्धि दिलाई है। बच्चे उस तस्वीर को ज्यादा देर तक नहीं देख पाए और अच्छी-अच्छी तस्वीरें देखने को कहने लगे।
अवतरण 7.
बच्चे इच्छा न होते हुए भी पिता के साथ विदा हुए। चित्रा को दोनों बच्चे बड़े ही प्यारे लगे। यह उन्हें देखती रही।
(i) चित्रा को यह विश्वास क्यों नहीं हो रहा था कि बच्चे अरुणा के हैं?
उतर. चित्रा को यह विश्वास नहीं हो रहा था कि बच्चे अरुणा के हैं क्योंकि बच्चे काफी उम्र के थे। लड़के की उम्र 10 साल तथा लड़की की उम्र 8 साल थी।
(ii) अरुणा ने बच्चों को कहाँ तथा किसके साथ भेज दिया था और क्यों ?
उत्तर. अरुणा ने बच्चों को उनके पिता मनोज के साथ प्रदर्शनी देखने के लिए भेज दिया क्योंकि वह चित्र से कुछ बात करना चाहती थी।
(iii) अरुणा ने बच्चों के विषय में चित्रा को क्या बताया ? सुनकर चित्रा की क्या प्रतिक्रिया थी ?
उत्तर. अरुणा ने चित्रा को बताया कि वह दोनों बच्चे वही हैं, जिनकी उसने तस्वीर बनाई थी और जब चित्रा ने यह सुना तो उसकी आंखें विस्मय से फैल गई।
(iv) प्रस्तुत कहानी से आपको क्या शिक्षा मिलती है स्पष्ट कीजिए।
उत्तर. प्रस्तुत कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें हमेशा समाज सेवा करनी चाहिए क्योंकि कलाकार वही व्यक्ति नहीं होता जो संगीतकार चित्रकार से जुड़ा होता है बल्कि वह व्यक्ति भी होता है जो समाज सेवा करता है।लेखक ने प्रस्तुत कहानी के माध्यम से बताया यह भी बताया है कि समाज सेवा से किसी मनुष्य की जिंदगी सुधर सकती है इसलिए प्रत्येक मनुष्य को यह कोशिश करनी चाहिए कि वह लोगों का भला करें।